जागरण संवाददाता, फतेहपुर: प्री रजिस्ट्रेशन की अनिवार्य व्यवस्था ने टीकाकरण का ग्राफ गिरा दिया है। सोमवार को पहली दफा बदली व्यवस्था के तहत टीकाकरण हुआ। 20 केंद्रों में कुल 249 लोगों ने प्री रजिस्ट्रेशन के आधार पर पहली डोज लगवाई, वहीं अनेक लोग ऐसे भी रहे जो पंजीयन न होने के कारण लौट आए। उधर दूसरी डोज लेने वालों ने जोर लगाया और दिन भर में 546 लोगों ने टीकाकरण कराकर कोरोना को हराने का जज्बा दिखाया। अब तुंरत पंजीयन बंद हो गया है। किसी भी व्यक्ति को टीका तभी लगेगा जब उसने 24 घंटे पूर्व टीकाकरण के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कराया हो। पंजीकरण कराने में लोग कमजोर हैं, जिसके कारण इसका असर टीकाकरण में पड़ रहा है। तुरंत पंजीयन और टीकाकरण का लाभ व्यवस्था में प्रतिदिन डेढ़ हजार से ऊपर टीके लग रहे थे, लेकिन जब प्री पंजीयन लगू हुआ तो यह आंकड़े घट गए। टीकाकरण बढ़े इसके लिए शाम को सीएमओ ने सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों के साथ बैठक कर टीकाकरण बढ़ाने पर जोर दिया।
जागरण संवाददाता, फतेहपुर : शहर के देवीगंज में एक युवक ने ससुराल वालों की पिटाई व प्रताड़ना से क्षुब्ध होकर जहर खाकर खुदकुशी कर ली। जान देने के पूर्व युवक ने मोबाइल फोन में वीडियो क्लिप बनाकर खुदकुशी के लिए पत्नी, सास, ससुर व मौसिया ससुर को जिम्मेदार ठहराया है। शहर के देवीगंज निवासी किराना दुकान महेश प्रसाद चौरसिया का छोटा बेटा जितेंद्र कार को बुकिग में चलाता था। उसकी शादी 12 वर्ष पूर्व कानपुर के चकेरी के घाऊखेड़ा निवासी ओमप्रकाश चौरसिया की बेटी पूनम के साथ हुई थी। रविवार शाम जितेंद्र ने जहर खा लिया। कानपुर के हैलट अस्पताल में देर रात उसकी मौत हो गई। दिवंगत के बड़े भाई बैंक कर्मी अशोक चौरसिया का आरोप है कि ससुराल वाले भाई पर ससुराल में रहने के लिए दबाव बना रहे थे। इसी को लेकर घर में भी कलह होती थी। इससे परेशान होकर जितेंद्र पत्नी को समझाने की बात कहने के लिए ससुराल गया था। वहां उसे कमरे में बंद कर पीटा गया था।
जागरण संवाददाता, फतेहपुर: साप्ताहिक बंदी की वजह से सोमवार सुबह से लेकर देर रात तक सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। जिले में सब्जी व दवा को छोड़कर अधिकतर दुकानें बंद रहीं। बीच-बीच में पुलिसकर्मी भ्रमण करके साप्ताहिक बंदी का जायजा ले रहे थे। कोरोना से बचाव के लिए लोगों से घरों में रहने के लिए अपील करते रहे। साप्ताहिक बंदी की वजह से सोमवार सुबह से लेकर देर रात तक राष्ट्रीय राजमार्ग कानपुर-इलाहाबाद, लखनऊ मार्ग, बांदा-टांडा रोड समेत अन्य मार्गों पर सन्नाटा पसरा रहा। बीच-बीच में लोग दो पहिया व चार पहिया वाहन लेकर इधर-उधर आते-जाते हुए दिखे। शहर क्षेत्र के पत्थरकटा चौराहा, शादीपुर, देवीगंज, आबूनगर, रानी कालोनी समेत अन्य प्रमुख मार्गों पर इक्का-दुक्का लोग ही दिखाई पड़े। हालांकि गली-कूचों की दुकानें चोरी-छिपे निर्धारित समय के बाद भी खुली रहीं लेकिन पुलिस की चहलकदमी पर तुरंत शटर डाउन हो जा रहे थे।